Thursday, June 30, 2022

Sex Power By यूनानी दवा सदर मुगललाइज जवाहरी

 


मुगल्लिज़ जवाहरी या मुग़लीज़ जवाहर के नाम से बिकने वाली यूनानी चिकित्सा पद्धति की क्लासिकल औषधि है जो माजून (घी कर शक्कर या शहद में पकाकर तैयार) विधि से निर्मित की जाती है। यह एक अद्भुत यौन शक्ति वर्धक) औषधि है जिसे यूनानी चिकित्सा में हर्बल वियाग्रा के समान माना जाता है। यह औषधि यह खासतौर से पुरुषों में पावर स्टैमिना को बढ़ाने, जोश व नई उमंग जगाने के लिए बनाई जाती है। बहुत सी कंपनिया इसे मिलते जुलते नाम से बनाती हैं लेकिन सबके योग सामग्री में अंतर होता है।

इसमें दारचीनी या दालचीनी, तबाशीर या वंशलोचन, मस्तगी रूमी या रूमी मस्तकी (पिस्ता के परिवार का एक दूसरे पेड़ का गोंद), ज़ाफरान या केशर, कुश्ता यशहब सब्ज (हरा) या हरिताश्म (जेड रत्न) की भस्म, कुश्ता जमुरूद या पन्ना भस्म, कुश्ता मरवारीद या मोती/मुक्ता भस्म, वर्क नुकरा या चांदी का वर्क, मगज बादाम या बादाम गिरी, मगजे चिलगोजा या चिलगोजा की गिरी और नबाते सफेद इन सभी जड़ी बूटियों के मिश्रण से माजून (अवलेह के समान प्रक्रिया) बनाने की विधि द्वारा इसे बनाया जाता है।

यही औषधि पुरुषों के जननांगों की पेशियों को ताकत देता है साथ ही भरपूर जोश जगाता है। पुरुषों में आई किसी भी तरह की कमजोरी को दूर करता है। नामर्दी और नपुंसकता जैसी परेशानी के लिए एक खास दवाई है। यह यौन इच्छा को बढ़ाता है। नया जोश उमंग जगाता है। खास तौर से मर्दाना कमजोरी के लिए एक बेजोड़ दवाई बताई जाती है। बढ़ती उम्र के लोगों के लिए बहुत ही खास यह दवाई है। इसके इस्तेमाल से लिंग में आई लूजनेस खत्म होती है और साथ ही प्रॉपर इरेक्शन वह हार्डनेस आता है। हस्तमैथुन के दुष्प्रभाव को दूर करता है और शीघ्रपतन की समस्या को नष्ट करता है।

एक यूनानी दवाई है। इसे काफी तेज असरदार दवाई बताया जाता है। दिल व दिमागी अमराज से परेशान मरीजों को इसका इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना चाहिए और इसके अलावा 25 साल से कम के युवाओं को भी इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसके ओवरडोज से भी बचना चाहिए ओवरडोज होने पर पानी ज्यादा पीना चाहिए।

With Thanks by

ASWANI KUMAR


Saturday, June 25, 2022

भीगी हुई मूंगफली कितनी फायदेमंद होती है?

बादाम के बजाए खाइए भीगी हुई मूंगफली, सेहत को होंगे एक से बढ़कर एक फायदे

अक्सर हम में से कई लोग रोजाना रात को बादाम (Almond) को भिगोकर सुबह खाते हैं, क्‍योंकि बादाम में एक से बढ़कर एक फायदे होते है जो हमें तंदरुस्‍त रखते है. लेकिन क्या आपने कभी बादाम की जगह मूंगफली ट्राई की है? मूंगफली (Peanut) का सेवन अगर रात में भिगोने के बाद सुबह उठकर किया जाए तो उसके कई बेहतरीन स्वास्थ्य फायदे देखने को मिल सकते हैं. पोटेशियम, कॉपर, केल्शियम, आयरन और सेलेनियम जैसे गुणों से भरपूर मूंगफली को भिगोकर खाने से उसकी पौष्टिकता और भी बढ़ जाती है. यहां जानिए आखिर कैसे भीगी हुई मूंगफली ज्यादा फायदेमंद है (Benefits of soaked peanut).

हार्ट के लिए बढि़या
भीगी मूंगफली ब्लड सर्कुलेशन कंट्रोल करके शरीर को हार्ट अटैक के साथ कई हार्ट प्रॉब्लम से बचाती है. इसलिए दिल की सेहत को ठीक रखने के लिये भीगी मूंगफली खाना लाभकारी रहता है.

मसल्स करे टोंड
अगर आप अपने शरीर के आढ़ी-टेढ़ी मसल्स से परेशान हैं या फिर ये आपका लुक खराब कर रहे हैं तो रोजाना भीगी हुई मूंगफली खाएं. इससे धीरे-धीरे आपकी मसल्स टोंड होंगी.

गैस और एसिडिटी होती है दूर
पोटेशियम,मैग्नीज, कॉपर, केल्सियम,आयरन, सेलेनियम के गुणों से भरपूर मूंगफली को भिगो कर सुबह खाली पेट खाने से गैस और एसिडिटी की परेशानी दूर होती है.

गैस और एसिडिटी करे ठीक
सर्दियों में भारी भरकम खाना पेट को फुला देता है. इस वजह से आप भरपेट नाश्ता और लंच नहीं कर पाते. इसे ठीक करने के लिए रोज रात एक मुठ्ठी मूंगफली के दाने भिगोएं और सुबह उठकर खा लें.

जोड़ो और कमर दर्द में दे आराम
सर्दियों में कमर और जोड़ों का दर्द बहुत दिक्कत देता है. ऐसे में मूंगफली इस रोग से आपको आराम दिला सकती है. बस भीगी हुई मूंगफली को थोड़े गुड़ के साथ खाएं.

याद्दाश्‍त बढ़ाता है
बच्चों को सुबह भीगी मूंगफली के कुछ दाने खिलाने से इसमें मौजूद विटामिन आंखों की रोशनी और याद्दाश्त तेज करते है. मूंगफली को खाने से शरीर में खून की कमी भी पूरी हो जाती है. इसके अलावा इससे शारीरिक उर्जा और स्फूर्ती भी बनी रहती है.

कैंसर सेल्स बढ़ने से रोके
एंटीऑक्सीडेंट, आयरन, फॉलेट, कैल्शियम और जिंक शरीर को कैंसर सेल्स से लड़ने में मदद करते हैं. इसीलिए रोज़ाना मुठ्ठीभर भीगी हुई मूंगफली खाएं.

स्किन के लिए अच्‍छा
इसमें ओमेगा 6 फैटी एसिड्स होते हैं. ये स्किन सेल्‍स के लिए काफी फायदेमंद होता है. इससे रंग गोरा होता है. स्किन की चमक बढ़ती है

with thanks by

Pramod Kumar

Friday, June 24, 2022

पेट की गैस का देसी इलाज क्या है, जिससे गैस तुरंत गायब हो जाए?

 


उदर रोग कैसे होते हैं?

जठराग्नि की मन्दता के कारण वातादि दोष या मूत्र-पुरीष (गुदा द्वार द्वारा निष्कासित मल) मल बढ़ जाते हैं, जिसके कारण अनेक प्रकार के रोग उत्पन्न होने लग जाते और विशेषकर उदर रोग होते हैं। अग्नि के मंद हो जाने पर जब दोषयुक्त भोजन किया जाता है, तब भोजन का ठीक से पाचन न होने से दोषों का संचय होने लगता है।

वह दोषसंचय प्राणवायु, जठराग्नि और अपानवायु को दूषित कर ऊपर तथा नीचे के मार्गों को रोक देता है एवं त्वचा और मांस के बीच में आकर कुक्षि (पेट) में सूजन बनाकर उदर रोग उत्पन्न करता है।

पेट में जलन, पेट फूलना और वात बनने का आयुर्वेदिक उपचार (Best Ayurvedic Treatment in Ayurveda for Gastric & Acidity)

आइये अब जानते हैं कुछ ऐसे घरेलू और आयुर्वेदिक उपचार जिनके प्रयोग से उदर रोग जैसे पेट दर्द, पेट में जलन, गैस बनना बंद हो जाएगा।

अजवाइन और सौंफ

अजवाइन, सौंफ, काला नमक 10-10 ग्राम, काली मिर्च 5 ग्राम बारीक कूट-छानकर 200 ग्राम ताजे पानी से लें, पेट फूलना ठीक हो जाएगा।

हींग

हींग को पानी में मिलाकर नाभि पर लेप करने से पेट में गैस दूर हो जाती है। आप हींग का प्रयोग सब्जी में भी कर सकते हैं, इससे पाचन तंत्र अच्छा होता है और खाया पिया जल्दी हजम हो जाता है।

त्रिफला

त्रिफला, अजवाइन, काला नमक 50-50 ग्राम, काली मिर्च एक तोला, घीग्वार के छोटे-छोटे टुकड़े करके मिटटी के बर्तन में 15 दिन तक धूप में रखें। नमक सेंधा 30 ग्राम मिलाएं, दवा तैयार है। पेट में गैस, कब्ज़, भूख न लगना आदि के लिए 2 टुकड़े गर्म पानी के साथ दिन में दो बार खाना खाने के बाद लें। पेट के  रोग दूर होंगे। पेट का फूलना, जी मचलाना, खट्टी डकार आना बंद होगा, गैस को ठीक करेगा।

Thanks by 

Puneet Sukhija