Tuesday, April 7, 2020

वाह रे करोना


वाह रे करोना, असम्भव को सम्भव तूने कर दिखाया,
अमेरिका, यूरोप जैसे दादाओं को तूने खूब रूलाया।
मशीन बन चुष्े  मानव ने फिर दीप जलाया।
नदियाँ, आकाश, जलवायु सबको शु(, पवित्र बनाया।
प्रड्डति पर होते अत्याचार को बलपूर्वक रुकवाया।
वाह रे करोना, असम्भव को सम्भव तूने कर दिखाया,
लोग डरे हैं, घरों में छुपे हैं, आतंक मचाया।
बड़े-बड़े वैज्ञानिकों को तूने अंगूठा दिखाया।
अनगिनत निरीह पशु-पक्षियों की जान को बचाया।
दानव बन रहे मानव से माँसाहार छुड़वाया।
वाह रे करोना, असम्भव को सम्भव तूने कर दिखाया,
जो हैं शु( सात्विक प्राणी उनको जीवन दान कराया।
स्वस्थ भारत का स्वप्न पूरा होगा यह विश्वास दिलाया।
आयुर्वेद व प्राड्डतिक चिकित्सा को सम्मान दिलाया।
आपसी सहयोग व मिलजूल कर सबको रहना सिखाया।
बढ़ रही गन्दगी को साफ करने, बीड़ा तूने उठाया।
सारी दुनिया तुझको कोसे, प्रड्डति ने तेरा आभार जताया।
करो प्रड्डति, पर्यावरण, प्राणियों का सम्मान यह हमको समझाया।
वाह रे करोना, क्या गजब का चमत्कार दिखाया।
जो कोई न कर पाया वह तूने सम्भव कर दिखाया।।

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