जिन लोगो को बवासीर मैं खुजली होती है, जलन होती है, खून निकळता है वो लोग आज ही इस इलाज को शूरू करे।
आब इस इलाज को करने के लिये आपको औषधी के दुकान से जात्यादी तेल लना है। ये तेल आपको बोहुत ही आसानी से मिल जयगा (आगर किसी कारण वाश नाही मिले तो मैं आपको इस तेल को ऑनलाइन खरिदनेका लिंक कॉमेंट मैं दे रहा हू।) इस तेल मैं दारू हल्दी, जटी पूत्र, नीम, करंज, यष्टी मधू, पद्मकाल, मोहरा ऐसे बहुत सारे वनस्पती का मिश्रण है।
आब इसका प्रयोग कैसे करे? तो सबसे पहिले एक थोडासा कपास का तुकडा ले ओर उस कपास को तेल मैं भिगो ले। आब उस कपास को बवासीर वाले जगाह पर आच्छेसे लागये। ये प्रयोग सुबाहा शौचालय से आने के बाद नाहा ले बाद मैं इसका प्रयोग करे ओर रात को सोने से पाहिले। पर ध्यान रखे के हर बार नया कपास का तुकडा ले।
इस जात्यादी तेल मैं अँन्टी बॅक्टरियाल ओर अँन्टी मायक्रो बॅक्टरियाल प्रॉपर्टी होती है। (कृपया इस तेल का सेवन ना करें)
अब इस तेल को कितने दीन तक लगणेका? वैसे तो ६,७ दीन के आंदर बवासीर १००% ठीक को जयगा। लेकीन आगर आपको बस आभी आभी सुर्वात होई है तो आपको १ दीन मैं ही फरक पडेगा ओर इस तेल को दुबारा लागणे की जरुरत भी नहीं पडेगी।
तुमको कोनसा भी बवासीर हो चाहे खून निकाल रहा हो या बवासीर पुरा बाहर आता हो या आंदर से कोंब निकला हो इस सारे प्रकार के बवासीर का इलाज पक्का हो जायेगा इसको इस बर आजमाकर जरूर देखे।
जात्यादी तेल का कोई भी साईड इफेक्ट नाही है। यह तेल पूरी तरह से आयुर्वेदिक है।
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