Tuesday, January 24, 2023

Surrender To God

 


*एक कहानी*

👏🏻 *विश्वास की* 👏🏻

*एक राजा बहुत दिनों से पुत्र की प्राप्ति के लिए आशा लगाए बैठा था लेकिन पुत्र नहीं हुआ, उसके सलाहकारों ने तांत्रिकों से सहयोग लेने को कहा*

*सुझाव मिला कि किसी बच्चे की बलि दे दी जाए तो पुत्र प्राप्ति हो जायेगी*

*राजा ने राज्य में ढिंढोरा पिटवाया कि जो अपना बच्चा देगा,उसे बहुत सारा धन दिया जाएगा*

*एक परिवार में कई बच्चें थे,गरीबी भी थी।एक ऐसा बच्चा भी था, जो ईश्वर पर आस्था रखता था तथा सन्तों के सत्संग में अधिक समय देता था*

*परिवार को लगा कि इसे राजा को दे दिया जाए क्योंकि ये कुछ काम भी नहीं करता है,हमारे किसी काम का भी नहीं है*

*इसे देने पर राजा प्रसन्न होकर बहुत सारा धन देगा*

*ऐसा ही किया गया, बच्चा राजा को दे दिया गया*

*राजा के तांत्रिकों द्वारा बच्चे की बलि की तैयारी हो गई*

*राजा को भी बुलाया गया, बच्चे से पूछा गया कि तुम्हारी आखिरी इच्छा क्या है ?*

*बच्चे ने कहा कि मेरे लिए रेत मँगा दिया जाए, रेत आ गया*

*बच्चे ने रेत से चार ढेर बनाए, एक-एक करके तीन रेत के ढेरों को तोड़ दिया और चौथे के सामने हाथ जोड़कर बैठ गया,उसने कहा कि अब जो करना है करें*

*यह सब देखकर तांत्रिक डर गए उन्होंने पूछा कि ये तुमने क्या किया है ?*

*पहले यह बताओ, राजा ने भी पूछा तो बच्चे ने कहा कि पहली ढेरी मेरे माता-पिता की है, मेरी रक्षा करना उनका कर्त्तव्य था परंतु उन्होंने पैसे के लिए मुझे बेच दिया इसलिए मैंने ये ढेरी तोड़ी दी*

*दूसरी मेरे सगे-सम्बन्धियों की थी, उन्होंने भी मेरे माता-पिता को नहीं समझाया*

*तीसरी आपकी है राजा क्योंकि राज्य की प्रजा की रक्षा करना राजा का ही धर्म होता है परन्तु राजा ही मेरी बलि देना चाह रहा है तो ये ढेरी भी मैंने तोड़ दी*

*अब सिर्फ अपने सद्गुरु और ईश्वर पर ही मुझे भरोसा है इसलिए यह एक ढेरी मैंने छोड़ दी है*

*राजा ने सोचा कि पता नहीं बच्चे की बलि देने के पश्चात भी पुत्र प्राप्त हो या न हो, तो क्यों न इस बच्चे को ही अपना पुत्र बना ले*

*इतना समझदार और ईश्वर-भक्त बच्चा है इससे अच्छा बच्चा कहाँ मिलेगा ?*

*राजा ने उस बच्चे को अपना पुत्र बना लिया और राजकुमार घोषित कर दिया*

*जो ईश्वर और सद्गुरु पर विश्वास रखते हैं, उनका बाल भी बाँका नहीं होता है*

*हर मुश्किल में एक का ही जो आसरा लेते हैं, उनका कहीं से किसी प्रकार का कोई अहित नहीं होता है*

*सभी रिश्ते झूठे हो सकते हैं पर एक सहारा ही प्रभु-परमात्मा का ही सत्य है*

Thursday, January 12, 2023

असाधारण व्यक्तित्व

 with thanks from Shri Rakesh Sawant

असाधारण व्यक्तित्व वाले व्यक्ति कौन-कौन से है ,जिनके बारे में सभी भारतीयों को जानना चाहिये?

क्या आप यकीन कर सकते हैं जो व्यक्ति प्रधानमंत्री के साथ है धोती कुर्ता सिर पर टोपी और नंगे पैर चल रहा है वह कोई साधारण व्यक्ति नहीं है, लग रहै है साधारण पर, हैं असाधारण, यह हैं परमाणु भौतिक शास्त्र में स्वर्ण पदक जीतने वाले 'संभाजी राव भीडे'

जो पुना के 'फरग्यूसन कालेज' में प्रोफेसर हैं।

अभी तक उन्हें 100 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है, उन्होंने 67 से ज्यादा लोगों को परमाणु विज्ञान में शोध करने वालों को मार्गदर्शन किया है, अमेरिका की सरकार द्वारा NASA और पेंटागन में सलाहकार बनाया गया है आज तक इतना बड़ा सम्मान किसी भारतीय को नहीं मिला है।

अब महाराष्ट्र में 10 लाख विद्यार्थियों को मार्गदर्शन के द्वारा समाज सेवा करने का संकल्प लिया है और चप्पल नहीं पहनना ऐसा तय किया है।

आज के ऋषि तुल्य व्यक्ति को जानना तथा लोगों तक जानकारी पहुंचाना चाहिए यह जरूरी है, ऐसे महान व्यक्ति जिसने मरते दम तक भारत माता की सेवा में अपने जीवन का प्रत्येक क्षण देने का निश्चय किया है, इनके बारे ज्यादा जानकारी के लिए आप विकिपीडिया

 पर जाकर पढ़ सकते है।

धन्य है वे जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन समाज के लिए दान कर दिया, बहुत ही कम लोग ऐसा करने का साहस रखते है।

Friday, January 6, 2023

भारत_पाकिस्तान_युद्ध_और_शास्त्री_जी

 दो घंटे युद्ध और चलता तो भारत की सेना लाहौर पर कब्जा कर लिया होता ! लेकिन तभी पाकिस्तान को लगा की जिस रफ्तार से भारतीय सेना आगे बढ रही है, हमारा तो पुरा अस्तित्व ही खत्म हो जायेगा !

(भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 का युद्ध, भारत पाकिस्तान युद्ध का भाग -- तिथि- अगस्त सितम्बर 1965 - स्थान भारतीय उपमहाद्वीप परिणाम- संयुक्त राष्ट्र के घोषणा पत्र के द्वारा युद्ध विराम)

तभी पाकिस्तान ने अमेरिका से कहा की वो किसी तरह से युद्ध रुकवा दे !

अमेरिका जानता था की शास्त्री जी इतनी जल्दी नही मानने वाले, क्युंकि वो पहले भी दो तीन बार भारत को धमका चुका था !

धमका कैसे चुका था ??

अमेरिका से गेहुं आता था भारत के लिए PL 48 स्किम के अंडर ! PL 48 का मतलब -- Public Law 48 - जैसे भारत मे संविधान मे धाराएं होती है ऐसे ही अमेरिका मे PL होता है ! तो बिल्कुल लाल रंग का सडा हुआ गेहुं अमेरिका से भारत आता था !

और ये समझौता नेहरु ने किया था !

जिस गेहुं को अमेरिका मे जानवर भी नही खाते थे, उसे भारत के लोगो के लिए आयात करवाया जाता था ! आपके घर मे कोई बुजुर्ग हो तो आप उनसे पुछ सकते है ! - कितना घटिया होता था वो

तो अमेरिका ने भारत को धमकी दी की हम भारत को गेहुं देना बंद कर देंगे !

तो शास्त्री जी ने कहा....हां बंद कर दो, फिर कुछ दिन बाद अमेरिका का बयान आया कि अगर भारत को गेहुं देना बंद कर दिया तो भारत के लोग भुखे मर जायेंगे !

शास्त्री जी ने कहा की हम बिना गेहुं के भुखे मरे,

या अधिक खा के मरे, तुम्हे क्या तकलिफ है ??

हमे भुखे मरना पसंद होगा बशर्ते तुम्हारे देश का सडा हुआ गेहुं खा के ! एक तो हम पैसे भी पुरे दे, और उपर से सडा हुआ गेहुं खाये, नही चाहिए तुम्हारा गेहुं !

फिर शास्त्री जी ने दिल्ली मे एक रामलिला मैदान मे लाखो लोगो निवेदन किया कि एक तरफ पाकिस्तान से युद्ध चल रहा है, ऐसे हालातो मे देश को पैसो की जरुरत पडती है, सबलोग अपने फालतु खर्चे बंद करें ताकी वो domestic saving से देश को काम आये, या आप सीधे सेना के लिए दान दें !

और हर व्यक्ति सप्ताह मे एक दिन सोमवार का व्रत जरुर रखे ! तो शास्त्री जी के कहने पर देश के लाखों लोगों ने सोमवार को व्रत रखना शुरु कर दिया था !

हुआ ये कि हमारे देश मे ही गेहुं बढने लगा, और शास्त्री जी भी सोमवार का व्रत रखा करते थे ! शास्त्री जी ने जो लोगो से कहा, पहले उसका पालन खुद किया !

उनके घर मे काम वाली बाई आती थी, जो साफ सफाई और कपडे धोती थी, तो शास्त्री जी ने उसको हटा दिया, और बोले की देश हित को ध्यान मे रखते हुए मै अपने उपर इतना खर्चा नही कर सकता, मै खुद ही घर की सारी सफाई करुंगा ! क्युंकि उनकी पत्नी ललिता देवी बीमार रहा करती थी !

और शास्त्री जी अपने कपडे भी खुद धोते थे, उनके पास सिर्फ दो जोडी धोती कुर्ता ही थी !

उनके घर मे एक ट्यूटर भी आया करता था, उनके बच्चो को अंग्रेजी पढाया करता था ! तो शास्त्री जी ने उसे भी हटा दिया, तो उसने शास्त्री जी से कहा कि आपका बच्चा अंग्रेजी मे फेल हो जायेगा !

तब शास्त्री जी ने उससे कहा कि होने दो, देश के हजारो बच्चे अंग्रेजी मे ही फेल होते है, तो भारतीय अंग्रेजी मे फेल हो सकते है ये तो स्वाभाविक है, क्युंकि अपनी भाषा ही नही है ये !

एक दिन शास्त्री जी की पत्नी ने कहा कि आपकी धोती फट गई है, आप नई धोती ले आईये ! शास्त्री जी ने कहा बेहतर होगा की सुई धागा लेकर तुम इसको सिल दो, मै नई धोती लाने की कल्पना भी नही कर सकता ! मैने सबकुछ छोड दिया है, पगार लेना भी बंद कर दिया है, और जितना हो सके कम से कम मे घर का खर्च चलाओ !

अंत मे शास्त्री जी युद्ध के बाद समझौता करने ताशकंद गए, और फिर जिन्दा कभी वापस नही लौट पाये ! पुरे देश को बताया गया कि उनकी मृत्यु हो गई, जबकी उनकी हत्या की गई थी !

भारत मे शास्त्री जी जैसा सिर्फ एक मात्र प्रधानमंत्री हुआ जिसने अपना पुरा जीवन आम आदमी की तरह व्यतित किया ! और पुरी इमानदारी से देश के लिए अपना फर्ज अदा किया !

जिसने जय जवान जय किसान का नारा दिया !

क्योंकि उनका मानना था की देश के लिए अनाज पैदा करने वाला किसान और सीमा पर रक्षा करने वाला जवान दोनो देश के लिए सबसे ज्यादा महत्वपुर्ण है !

स्वदेशी की राह पर उन्होने देश को आगे बढाया, विदेशी कम्पनियों को उन्होने देश मे घुसने नही दिया ! अमेरिका का सडा गेहुं बंद करवाया !

ऐसा प्रधानमंत्री भारत को शायद ही कभी मिले ! अंत मे जब उनका pass book चेक कि गई तो सिर्फ 365 रुपये 35 पैसे थे उनके बैंक अकाउंट मे !

शायद आज कल्पना भी नही कर सकते की ऐसा नेता भारत मे हुआ !

मेरे आदर्श लालबहादुर शास्त्री जी को शत शत नमन !

#सनातन_संस्कृति_और_विज्ञान 🚩