Wednesday, August 14, 2013

देश की शान - जय जवान जय किसान


जय जवान:- भारत को चलाने में दो लोगो का अहम योगदान है। एक वह जवान जो अपने प्राणो की बाजी लगाकर देश की रक्षा करता है जब घर से जाता है। तो ये पता नही होता कि जैसे जा रहा है। वैसे वापस आयेगा की नही कर्इ बार हम देखते है। कि बहुत से जवान खुद चलकर गये थे देश की रक्षा करने के लिए लेकिन वह अपने आाप वापिस नही सके अपने आप को बलिदान करके राष्ट्र को आहूत हो गये और तिरंगे में लिपट कर घर आये ये गाथा है। भारत भूमि को समर्पित राष्ट्र के नायको की अजादी पाने के लिए भी भारत माता के सुपुत्रों पं. राम प्रसाद बिस्मिल असफँाक उल्ला खाँ भगतसिंह भगवती चरण वोहरा चन्द्रशेखर आजाद सुभाष चन्द्र बोस राजगुरु सुखदेव ने भारत माता का मुख उज्जवल करके प्राणो की आहुति खुशी से दे दी
जय किसान:- किसान राष्ट्र की माँ है जो अपने खून पसीने से सर्दी गर्मी की परवाह करके अन्न पैदा करता है और पूरे देश का पेट भरता है। आज वह किसान आत्म हत्या कर रहा है। उसके ख्ूान पसीने की मेहनत का उसे मूल्य नही मिलता है। जैसा नेहरु जी ने कहा था कि खेती को सहकारी की जाये किसानों को सरकारी नौकरी वालो की तरह वेतन एवं पेशन मिले तो क्या आज किसान आत्महत्या करता यह प्रश्न विचारणीय है। जनता भूखी है। ये आजादी झूठी है। वतन वालो वतन ना बेच देना धरती के जतन ना बेच देना शहीदों ने जान दी है वतन के वास्ते शहीदो के कफन ना बेच देना बहन बेटियों की इज्जत आज तार-तार हो रही है। आम आदमी 27 रु में जी रहा है। बल्कि किस्तों में मर रहा है। स्वतन्त्रता दिवस जाने के बाद छोड़ देता है। ऐसे सवाल इन सवालो का जबाव दो।
आजादी तीन प्रकार की होती है।
1. शासक से लड़कर अपना राज्य लेना।
2. आर्थिक आजादी देश के नागरिको को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना।
3. सामाजिक आजादी देश में पारिवारिकता का माहौल बनाना।
अमर शहीदों का पैगाम जारी रखना है। संग्राम
जय हिन्द   

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