- खाने में रिफाइन्ड तेल का इस्तेमाल ना करें। आप जिस क्षेत्र में रहते हैं वहाँ जो तेल के बीज उगाये जाते हैं उसका शुद्ध तेल प्रयोग करें, जैसे यदि आपके क्षेत्र में सरसों ज्यादा होती है तो सरसों का तेल, होती है तो मुंगफली का तेल, नारियल है तो नारियल का तेल। तेल सीधे सीधे घानी से निकला हुआ होना चाहिए।
- खाने में हमेशा सेंधा नमक का ही प्रयोग करना चाहिए, ना की आयोडिन युक्त नमक का।
- देशी गाय का घी जो दहीं को मथ कर बनाया गया हो, हृदय के लिए अमृत है।
- खाने में छिलके वाली दालें, छिलके सहित सब्जियाँ, छिलके वाले चावल, छिलके सहित गेहं का आटा इस्तेमाल करें।
- क्षारीय (एल्कलाइन) वस्तुओं जैसे आंवला, अलोवेरा, गाजर, मली, चोलाई, सरसों आदि का प्रयोग अत्यंत लाभदायक है।
- इन सभी जानकारियों के इलावा सही दिनचर्या का पालन भी आवश्यक है।
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