Monday, April 20, 2015

आज का विचार

ज्ञान धन से उत्तम है, 
क्योकि धन की हमें रक्षा करनी पड़ती है,
और ज्ञान हमारी रक्षा करता है॥


जिंदगी में मुश्किलें तमाम है। फिर भी इन होंठो पर मुस्कान है॥ 
जीना जब हर हाल में है। तो मुस्कुरा कर जीने में क्या नुक्सान है॥ 


"व्यक्ति सुख पाने के लिए वस्त्र बदलता है, भोजन बदलता है, मकान  बदलता है, मित्र सम्बन्धी बदलता है
परन्तु फिर भी दुखी रहता है क्योंकि वह अपना स्वभाव नहीं बदलता'' 


''आहार के सम्बन्ध में यह विशेष उल्लेखनीय है कि सच्ची एंव परिपक्व भूख लगने पर ही खाना खायें। 
रूस के स्वास्थ्य विशेषज्ञ ब्लाडीमार कोरेचोवस्को का मत है - भूख से जितना अधिक खाते है, समझना चाहिये कि उतना ही विष खाते हैं।"


सवेरे जल्दी उठेगा जो, रहेगा हर वक्त वो हंसी खुशी
न आयेगी सुस्ती कभी नाम को, खुशी से करेगा हर इक काम को 
सुबह का वक्त यह और ताजी हवा, यह है 100 दवाओं से बेहतर दवा

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