Tuesday, August 5, 2014

स्वस्थ, सबल और संवेंदनशील बनने का मार्ग

जीवन का लक्ष्य केवल भैतिक सुख और सफलता ही प्राप्त कर लेना ही नहीं है बल्कि जीवन में सबलता, संयम, संतुलन एवं संवेदनशीलता का भी समावेश होना चाहिए जिसके माध्यम से प्रत्येक मानव अपने जीवन के साथ समाज में दूसरे लोगों को भी जीवन को सुधारने और संवारने में सहायक सिद्ध हो।

इस संदर्भ में विस्तार से जानने के लिए निम्न दो पुस्तकें पढ़ें।
सनातन धर्म का प्रसाद
साधना समर- चुनौतियां और समाधान (A Guide to Spiritual Transformation)
सम्पर्क सूत्रः rkavishwamitra@gmail.com
vishal Mob: 9254761220

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